सरकार द्वारा लॉकडॉउन में मजदुर और छात्रों को गृह राज्य वापस लौटने के लिए छूट देने के बाद लगातार प्रवासी बिहारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है । स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से प्रवसी मजदूर अपने गृह राज्य तक आ रहें है । यह ट्रेनें विभिन्न शहरों में जा रही हैं । अगर किसी व्यक्ति के रूट में ट्रेन नहीं है तो उस स्थिति में राज्य सरकार द्वारा भी बसों से प्रवासियों को उनके गृह जिले तक पहुंचाया जा रहा है । आज यानी मंगलवार को देश के कोने कोने से 3 ट्रेनों के माध्यम से प्रवासी सासाराम और रोहतास जिला में पहुंचेंगे । यह ट्रेनें बैंगलोर,अहमदाबाद और एर्नाकुलम से आएंगी । इनमे रोहतास जिला के लगभग 91 प्रवासियों के होने की सूचना है ।
आपको बताते चलें कि जो ट्रेन एर्नाकुलम से बिहार आ रही है , वह ट्रेन बिहार के बरौनी स्टेशन पर जाएगी । इस ट्रेन में रोहतास के 39 मजदूर होंगे । दूसरी ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद से बिहार के मुजफफरपुर आ रही है , इसमें भी रोहतास के 37 मजदूर शामिल रहेंगे । तीसरी ट्रेन कर्नाटक के बैंगलोर स्टेशन से बिहार के दानापुर आ रही है, इसमें भी सासाराम के मजदूर शामिल रहेंगे । इन मजदूरों को बिहार के अलग अलग स्टेशनों से उनके गृह जिला तक बस से पहुंचाया जाएगा ।
आपको बताते चलें कि , 2 मई को जो ट्रेन राजस्थान के जयपुर से बिहार के दानापूर स्टेशन पहुंची थी, उसमे कुल 1187 मजदूर थें । जिसमे की सिर्फ रोहतास जिला से 175 मजदूर थें । आपको याद होगा की स्पेशल ट्रेनों के घोषणा के बाद देश में टिकट को लेकर घमासान शुरू हो गया था । कल के नीतीश कुमार के वीडियो संदेश के अनुसार केंद्र के नोटिफिकेशन में सम्बन्धित राज्य सरकारों को खर्च उठाने की बात कही गई थी । बिहार सरकार के राज्य आपदा प्रबंधन प्रधान सचिव अमृत प्रत्यय ने 2 मई को कहा था कि मजदूरों को भुगतान करना होगा किराया । बिहार सरकार खर्च नहीं उठाएगी । इसके बाद राजनैतिक घमासान शुरू हो गया । तूल पकड़ते मामले को विराम देते हुए, कल फिर 4 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद सामने आ कर स्पष्ट किया कि राज्य सरकार रेल खर्च केंद्र को देगी और मजदूरों को किराया नहीं देना होगा । साथ में मजदूरों को प्रति व्यक्ति ₹500 अतिरिक्त देने की भी बात कहा उन्होंने । गृह राज्य लौटने के लिए , विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा रजिस्ट्रेशन कि प्रक्रिया शुरू की गई है । इसी न्यूज पोर्टल पर कई राज्यों के रजिस्ट्रेशन लिंको की लिस्ट भी पब्लिश हुई थी । अगर आप प्रोसेस को समझना चाहते हैं तो उस खबर को पढ़ लिजिए ।
आपको बताते चलें कि , बिहार लौटने वाले प्रवासियों को 21 दिन के क्वारांटाइन रहना अनिवार्य है ।
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