सासाराम जिला के कैमूर पहाड़ी इलाके में नौहट्टा प्रखण्ड मुख्यालय के पास एक वृक्ष पर एक विचित्र पंक्षी का चूजा मिला है। इस अनोखे पक्षी की खबर जैसे ही ग्रामीणों तक पहुंची इसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
ग्रामीण करने लगे पूजा
भीड़ में कुछ लोग उसे जटायू बताने लगे। फिर क्या था, लोग पूरे भक्तिभाव से उसकी पूजा भी करने लगे। इस विचित्र पक्षी की जानकारी वन विभाग को दी गई, जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने उक्त पक्षी के चूजे को अपने कब्जे में ले लिया। वन विभाग के इस कदम से ग्रामीण नाराज हो गए और वन विभाग का विरोध करने लगे । लेकिन उन्हें समझा-बुझाकर वन विभाग की टीम चूजे को अपने साथ ले गई।
वन विभाग के हवाले चूज़ा
इस संबंध में डीएफओ प्रद्मुन गौरव ने बताया कि वन विभाग द्वारा रविवार को नौहट्टा से एक पक्षी को अपने कब्जे में लिया है। पक्षी की प्रजाति की जांच की गई, तो वह बोर माउल पक्षी का चूजा है।
किसान मित्र है यह पक्षी
डीएफओ ने बताया कि बोर माउल पक्षी कैमूर पहाड़ी पर पाया जाता है। वह किसानों का मित्र पक्षी है, जो खेतों में चुहा एवं कीटों को खाता है। यह पक्षी घोसलों में नहीं, पेड़ के कोटर में चूजों को जन्म देता है। इस चूजे को किसी ग्रामीण ने कोटर से ही निकाला है। वन विभाग के तरफ से इस बोर माऊल पक्षी के चूज़े को फिर से उसी कोटर में रखने का निर्देश वन विभाग के कर्मियों को दिया गया है।