New Varanasi Kolkata Expressway From Sasaram : नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा भारत माला परियोजना फेज दो के तहत वाराणसी-रांची-कोलकता एक्सप्रेसवे का निर्माण के लिए विधिवत प्रारूप सफलतापूर्वक तैयार कर लिया गया है । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क निर्माण की कार्ययोजना पर काम भी शुरू कर दिया है ।
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पिछड़े गांव लाभान्वित होंगे
इस प्रोजेक्ट से सासाराम के चार प्रखंडों के 42 गांव लाभान्वित होंगे। आपको बताते चलें की जहां से एक्सप्रेस गुजरेगा, उन इलाकों के अधिकांश गांव यातायात व अन्य दृष्टि से काफी पिछड़े हुए हैं । सड़क निर्माण से इन गांवों की तस्वीर बदल जाएगी ।
परियोजना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से भू-अर्जन के लिए राजस्व ग्राम, रैयत, उनकी दखल कब्जा, लगान रसीद, चक या सर्वे खतियान से संबंधित सत्यापित रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
जीटी रोड से अलग होगा यह एक्सप्रेसवे
सासाराम शहर से भारत की सबसे लंबी सड़क गुजरती है, यानी सम्राट अशोक महान द्वारा निर्मित उत्तरपथ अर्थात शेरशाह सूरी का जारनैली सड़क अर्थात अंग्रेजों का ग्रैंड ट्रंक रोड जिसे हम जीटी रोड के नाम से भी जानते है सासाराम शहर से होकर गुजरती है । समय के साथ इसके मार्गों में परिवर्तन होता रहा है ।
कभी यह बादशाही पुल से हो कर गुजरती थी, तो कुछ वर्षो पहले तक शहर के बीचों बीच गुजरा करती थी, अब यह सड़क मां ताराचण्डी मंदिर के पास से गुजरती है । पुराना जीटी रोड अब स्टेट कि प्रॉपर्टी है । लोगों में वाराणसी-रांची-कोलकता एक्सप्रेसवे को लेकर कन्फ्यूजन है की यह जीटी रोड से अलग होगा या उसी का नाम बदला जाएगा , जैसे दिल्ली के बाद एनएच 1 कहा जाता है ।
यहां पर हम आपको साफ करदे की यह एनएच दो के ही सवरूप का होगा लेकिन उससे बिलकुल अलग होगा । हाइवे अथॉरिटी के अधिकारियों ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की दोनो सड़के बिल्कुल अलग अलग हैं , किसी कन्फ्यूजन में नहीं रहना है ।
क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट ?
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट भारतमाला योजना की शुरुआत 2015 में शुरू की गई थी । इस प्रोजेक्ट के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग, अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े प्रदेशों, पर्यटन स्थल एवं धार्मिक स्थल समेत ग्रामीण इलाके जो पिछड़े हुए हैं उन्हें राष्ट्रीय राजमार्गों से कनेक्ट करना है ।
भारत माला परियोजना के तहत बन रहा वाराणसी-रांची- कोलकाता एक्सप्रेसवे चार राज्यों से होकर गुजरने वाला लगभग 575 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है ।
सासाराम के चार प्रखंडों से गुजरेगा एक्सप्रेसवे | New Varanasi Kolkata Expressway From Sasaram
वाराणसी-रांची-कोलकता एक्सप्रेसवे फेज 2 उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शुरू होगा और कैमूर होते हुए सासाराम के चेनारी, शिवसागर, सासाराम व तिलौथू होते हुए झारखंड के रास्ते पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ख़त्म होगा ।
सासाराम के 42 गांवों को लाभ
इस वाराणसी-रांची-कोलकता एक्सप्रेसवे परियोजना से जुड़ने वाले गांवों में चेनारी प्रखंड का निसिजा पहला गांव है । इसके बाद लांजी, बीरनगर, चरही, हाता, नारायणपुर, केनारकला, सेमरी, सहंसि, बेंसिल, रघुनाथपुर, सरेन होते हुए कुल 19 गांवों, शिवसागर प्रखंड के केनार खुर्द, सिकरौर, मझुईं, खुढ़नु, चोर, चेनारी, करमा, कोनकी, दरिगांव, टेकारी, तेंदुआ, मुरही होते हुए 15 गांवों,
सासाराम प्रखंड के कौरिया, घरबैर, पालनगढ, गोरिया व महुआ डिहरा समेत पांच गांव तथा तिलौथू के बेलवई, शिवपुर कैथी के रास्ते झारखंड में प्रवेश करेगा । इस प्रोजेक्ट के लिए बिहार में वन विभाग की जमीन को छोड़ कर करीब 1757 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा ।