Tarachandi Navaratri : शारदीय नवरात्र शक्ति की महादेवी मां दुर्गा की उपासना का पर्व है। नवरात्रि के 9 दिनों में कलश स्थापना के साथ ही, 9 दिन तक मां की आराधना ,हवन,पूजन शुरू हो जाती है । नवरात्रि में मां की सच्चे मन से उपासना करने से सभी कष्टों का निवारण होकर सुख, समृद्धि प्राप्त होती है।
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नवरात्रि में मां ताराचण्डी का विशेष रूप
शारदीय नवरात्र में नगर देवी मां ताराचण्डी नव श्रृंगार करती हैं , मां को तरह तरह के रत्नों से सजाया जाता है ।
मां के इस रूप का दर्शन करने वाले ,देखते ही रह जाते हैं ।
मंदिर कि सुंदरता
नवरात्र में मां ताराचण्डी धाम की सुंदरता देखते ही बनती है । फूलों और लाइटों से पूरा धाम परिसर ढक जाता है । मंदिर के घंटे और उनसे निकलने वाली मधुर ध्वनियों से वातावरण मंत्रमुग्ध हो जाता है ।
धूप अगरबत्ती की खुशबू ….अहाहा
नवरात्र में मां ताराचण्डी धाम का वातावरण धूप ,अगरबत्ती और फूलों के खुशबू से पुलकित हो उठता है । स्वर्ग सी अनुभूति होती है।
उमड़ता है जनसैलाब
नवरात्र के समय दूर दूर से श्रद्धालु मां का दर्शन करने के लिए आते है । जबकि दूसरे तरफ सासाराम शहर के लोकल शहरवासी भी अपने नगर देवी मां ताराचण्डी के विशेष पूजा अर्चना के लिए सज, धज कर आते हैं । नवरात्र में लाखों की संख्या में लोग मां ताराचण्डी का दर्शन करने के लिए आते हैं ।
आप सभी से विनम्र अपील
धर्मो रक्षति रक्षितः अर्थात तुम धर्म की रक्षा करो, धर्म तुम्हारी रक्षा जरूर करेगा ।
मां ताराचण्डी कि महिमा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए , जिससे इस धाम का पर्यटन के दृष्टिकोण से विकास हो सके । सरकारी रूप से भी योजना बने, बिहार के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में इसे शामिल कराया जा सके ।
बिहार तथा सासाराम के पर्यटन को बढ़ावा मिले,अधिक से अधिक लोगों को इससे रोजगार मिल सके ।इसके लिए कृपया इस आर्टिकल/पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर कीजिए और अपने सगे संबंधियों को मां ताराचण्डी के महिमा के बारे में बताइए , उन्हे घूमने के लिए आमंत्रित कीजिए ।
भाग दौड़ भरी जिंदगी में , धर्म का कर्म करते रहिए, क्या पता कब जिंदगी की डोर टूट जाए और ऊपर जा कर ईश्वर को अपने कर्मो का हिसाब देना पड़ जाए ।