First rohtasgarh mahotsav by government : सामान्य प्रशासन विभाग की अधिकारी अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की पहली बार कला संस्कृति व युवा विभाग सह जिला प्रशासन के तत्वावधान में आगामी 5 मार्च को रोहतासगढ़ किला पर वनवासी कल्याण महोत्सव का आयोजन किया जाएगा । बिहार सरकार के स्तर से राज्य में वनवासियों के लिए आयोजित होने वाला यह पहला महोत्सव है ।
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जिला प्रशासन का युद्धस्तर की तैयारी
जिला प्रशासन इस बहुप्रतीक्षित महोत्सव की तैयारियों को मूर्त रूप देने में जुटा है । युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं ।
मुख्य अतिथि को आमंत्रण
रोहतास गढ़ वनवासी महोसव में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्री को आमंत्रित किया गया है । इनके अलावा साथ ही जिला के सभी सांसदों और विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है ।
महोत्सव का रोड मैप
जिला प्रशासन की अधिकारी श्रीमती अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की मुख्य कार्यक्रम के दिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रोहतास बाजार से लेकर रोहतासगढ़ किला तक बाइक रैली आयोजित किया गया है । 5 मार्च को रोहतासगढ़ किला से चौरासन मंदिर तक संस्कृति रक्षा दौड़ का आयोजन किया जाएगा ।
रॉयल एनफील्ड बुलेट कंपनी देगी हिमालयन बुलेट
रॉयल एनफील्ड कंपनी के तरफ से अनेकों हिमालयन बुलेट बाइक भेजे जाएंगे । ये सभी बुलेट किला पर एक साथ चढ़ाई करेंगे । इसका वीडियो को कंपनी अपने एडवरटाइजमेंट में उपयोग करेगी साथ में बिहार सरकार का पर्यटन विभाग भी इसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उपयोग करेगा ।
लोकल कलाकार आकर्षण का केंद्र रहेंगे
सामान्य प्रशासन विभाग की अधिकारी अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की रोहतासगढ़ महोत्सव स्थल पर स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुओं के बिक्री के लिए स्टॉल भी लगाया जाएगा । इन स्टालों पर वनवासियों का हैंडी क्राफ्ट , बर्तन इत्यादि के सामान आकर्षण के केंद्र रहेंगे ।
चित्रकला एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा । महोत्सव में बैगा पाहन अर्थात स्थानीय पुजारियों को भी सम्मानित करने की योजना है ।
वनवासी नृत्य कला लुभाएगा लोगों को
वनवासियों द्वारा पारंपरिक लोक संगीत और नृत्य कला का प्रर्दशन किया जाएगा । आपको बताते चलें की वनवासियों का नृत्य बहुत ही आकर्षक होता है । कोई भी कला प्रेमी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहता ।
क्या कहा डीएम ने
डीएम ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि वनवासी कल्याण महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विलुप्त होती आदिवासी व जनजातीय संस्कृति की रक्षा के साथ-साथ रोहतासगढ़ किला तथा उसके आस पास के पहाड़ी गांवों में पर्यटन का विकास, वन उत्पादों की बिक्री के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना ,कलाकृतियों को प्लेटफार्म मुहैया कराना तथा वनवासियों को रोजगार सृजन करना है ।
“सासाराम कि गलियां” आपको आमंत्रण दे रहा है
“सासाराम कि गलियां” आप सभी से अपील करता है कि अपने धरोहर, संस्कृति और पर्यटन के विकास तथा रक्षा के लिए परिवार संग रोहतासगढ़ महोत्सव में हिस्सा लीजिए । प्लानिंग करने में आपके सुविधा के लिए हम कैलेंडर का तारीख और दिन भी बता दे रहे हैं , 5 मार्च को शनिवार है । आप सुबह निकल कर शाम तक वापस आ सकते हैं और रविवार को आराम कर सकते हैं । घूमने फिरने से मूड तो फ्रेश होगा ही साथ में सीखने समझने को भी बहुत कुछ मिलेगा ।
कई जनजातियों का उद्गम स्थल रोहतास गढ़ किला
डीएम ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि ऊरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियां अपनी उत्पत्ति रोहतासगढ़ किले तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में मानती है । 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन करम वृक्ष की पूजा के साथ वनवासी कल्याण महोत्सव का शुभारंभ हो गया है । जबकि मुख्य कार्यक्रम आगामी 5 मार्च को आयोजित किया जाएगा ।
पहली बार रोहतसगढ़ महोत्सव का सरकारी स्तर पर आयोजन
आपको बताते चलें कि सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल-कूद इत्यादि का सफल रोड मैप तैयार करने के लिए एक समिति गठन किया गया है । वर्ष 2007 से रोहतासगढ़ किला पर अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा रोहतासगढ़ तीर्थ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया जाता था, लेकिन पहलीबार इस कार्यक्रम को जिला प्रशासन तथा बिहार सरकार करवा रही है ।