इस बार भी करोना संक्रमित मरीजों में सबसे अधिक सासाराम के ही लोग हैं । हैरानी की बात यह है कि
सासाराम के करोना संक्रमित मरीज में 2 वर्ष का बालक और डेढ़ साल की 2 बच्चियां भी शामिल है ।
डेहरी में एक दरोगा भी शिकार हो गए । इन्हे रेल थानाध्यक्ष के रूप में ज्वाइन करना था, इससे पहले ही करोना वायरस ने संक्रमित कर दिया ।
आलमपुर की संक्रमित महिला , सासाराम के निजी क्लीनिक में जिला की सबसे पहली संक्रमित महिला के संपर्क में आई थी ।
नोखा के 2 संक्रमित मरीजों में 1 शहरी क्षेत्र से है तथा दूसरा मानी गांव से है ।
मरीजों के उम्र और कस्बे इस प्रकार हैं
21 वर्षीय पुरुष सासाराम, 60 वर्षीय पुरुष डेहरी ऑन सोन ,70 वर्षीय पुरुष तपेश्वरी गंज ,39 वर्षीय पुरुष अगरेर, 37 वर्षीय पुरुष मानी ,40 वर्षीय पुरुष गोला सासाराम, 60 वर्षीय पुरुष शोभागंज ,52 वर्षीय पुरुष सासाराम, 2 वर्षीय बच्चा सासाराम, 43 वर्षीय पुरुष नोखा, डेढ़ साल की बच्ची सासाराम, 2 साल का बच्चा कोचस, 55 वर्ष के पुरुष कोचस, 15 वर्ष के पुरुष कोचस, 6 वर्ष का बच्चा कोचस, डेढ़ साल की 2 बच्ची सासाराम कोरोनावायरस संक्रमित पाए गए हैं।
सभी का इलाज नारायण मेडिकल अस्पताल में चल रहा है ।
राजपुर में डॉक्टर एवं उनके नाती में करोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद आस पास के करीब 1800 स्क्वायर मीटर के क्षेत्र को सिल कर दिया गया है । इस दौरान बीडीओ क्रांति कुमार , डीएसपी और सीओ के साथ अन्य लोग भी मौजूद थे ।
कोचस में एक साथ 4 करोना केस आने के बाद, बाहर से आए 10 मजदूरों का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया है ।कोचस के करोना संक्रमितों का लिंक कैमूर से जुड़ा बताया जा रहा है । और आपको मालूम ही होगा कि कैमूर का लिंक सासाराम के पहली संक्रमित मरीज से भी जुड़ा है ।
इस तरह से जिले में करोना संक्रमितों का चेन बनता चला जा रहा है । जो भी इस खबर को पढ़ रहें है उनसे निवेदन है कि लॉकडॉउन का सख्ती से पालन करते हुए अपना तथा अपनों का ख्याल रखें ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाए, और फिर से देश दुनिया अपने काम पर लग जाए ।