Nagar Nigam Sasaram water 2021 : गर्मियों के मौसम ने शहर में दस्तक दे दी है , इसके साथ ही वर्षों से चले आ रहे मीठा पानी यानी सप्लाई वॉटर ने भी लोगों को बूंद बूंद के लिए तरसाना शुरू कर दिया है । आज शहर में हर घर नल जल को लेकर नेताओं कि बैठक थी, लेकिन बैठक तू तू मैं मैं का शिकार हो गया । पूरी खबर को विस्तार से जानने के लिए ” सासाराम की गलियां” के साथ बने रहिए और अपने शहर को हमारे चस्मे से नजदीक से देखने और समझने का प्रयास कीजिए ।
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सासाराम में खारा पानी
पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण सासाराम में ग्राउंड से जो वॉटर निकलता है वह पीने योग्य नहीं रहता । जमीन के अंदर से निकलने वाले पानी में खारापन रहता है । इसे लोकल भाषा में लोग खारा पानी कहते हैं ।
सबके घरों में आरओ कि सुविधा नहीं है
हमारा देश विकाशिल देश है, उसमे भी बिहार पिछड़े राज्यों में गिना जाता है । ऐसे में सबकी आर्थिक स्थिति इतनी ठीक नहीं है कि वो अपने घरों में आरओ ( R.O ) सिस्टम लगवा सकें ।
पुराने शहर में जनसंख्या और गरीबी ज्यादा
अगर सासाराम की बात करें तो शहर का बिचिला भाग अति प्राचीन है। प्राचीन होने के साथ इस इलाके में जनसंख्या अधिक है , इसी के साथ इन कस्बों में गरीबी भी बहुत ज्यादा है।
अधिकतर लोग सप्लाई वॉटर पर निर्भर
पुराने शहर के ज्यादातर लोग गरीबी के कारण सप्लाई वॉटर पर निर्भर हैं। घरों में आने वाले मीठा पानी से दाल, चावल ,सब्जी तो बनता ही है, बल्कि पीने के लिए भी यही पानी उपयोग में आता है। अन्य दैनिक क्रियाकलापो के लिए भी यह पानी जरूरी होता है ।
पानी के लिए हाहाकार | Nagar Nigam Sasaram water 2021
इस वर्ष 2021 के शुरुआत में ही पानी के लिए हाहाकार मचना शुरू हो गया है। कारण स्पष्ट है, गर्मियों के आने से पहले ही पानी का सप्लाई रुक गया है । पहले यह समस्या बीच गर्मी यानी जून जुलाई में हुआ करता था , लेकिन इस बार तो मार्च के अंत से ही अधिकारियों और नेताओं के लापरवाही से समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है ।
आज जनप्रतिनिधियों का नल जल पर बैठक
आज 3 अप्रैल ,शनिवार को नगर निगम सासाराम में मुख्यमंत्री नल जल परियोजना और शहर भर कि पानी की समस्या को लेकर बैठक हुआ जिसमें पर्षदो ने हिस्सा लिया । इस बैठक में विधायक राजेश गुप्ता भी मौजूद थे ।
नेता आपस में ही भीड़ गए
आज का बैठक हंगामे के भेट चढ़ गया , आपस में जनप्रतिनिधि उलझ बैठे। हाथा पाई की नौबत आते आते रह गई । हालांकि हाथा पाई तो नहीं हुआ ,लेकिन इसको छोड़ कर बाकी कोई क्रिया कलाप भी नहीं बचा ..। जनप्रतिनिधियों ने मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ दिए ।
क्यूं हुआ विवाद और हंगामा ?
नगर निगम के बैठक में स्थानीय विधायक राजेश गुप्ता और अन्य पार्षदों को नल जल परियोजना पर बैठक करना था । बैठक का एजेंडा नल जल था । लेकिन स्थानीय पार्षदों ने अपने वार्डो के अन्य स्थानीय समस्याएं भी डिस्कस करना चाहते थे । वो अपने वार्डो में फैली गंदगी, जल जलमाव जैसी भीषण समस्याएं भी उठाने लगे । वहीं दूसरी तरफ, कई लोग नल जल को छोड़ कर कोई अन्य मुद्दे डिस्कस नहीं करना चाहते थें । इसी बात को लेकर विवाद बढ़ने लगा , और हालात खराब हो गए ।