शहर का व्यस्त बाज़ार माने जाने वाले धर्मशाला रोड में नगर परिषद के लापरवाही के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होने लगी है। पहले से ही सड़क सकरा और जाम के समस्या से आने जाने वाले लोग परेशान रहते थें । लेकिन अब “नहले पर दहला हो गया है” ।
कल देर शाम धीरे धीरे आ रही एक कार उस गड्ढे में फंस गई । गाड़ी का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया । गलिमत था कि , गाड़ी धीमे रफ्तार में थी ,इसलिए अधिक चोट नहीं आई। अगर गाड़ी तेज रफ्तार में होती तो वहां बड़ी दुर्घटना होने के संभावना कोई नहीं नकार सकता है ।
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गड्ढे को देखिए और सोचिए
इस गड्ढे के आकार और लोकेशन को देख कर समस्या के गंभीरता को समझा जा सकता है । आप सोच सकते हैं कि , जिस जगह पर यह गड्ढा हुआ है ,बाज़ार में भीड़ होने पर या गाड़ी पास के समय , साइड लेते समय यहां दुर्घटना होने के चांसेज कितना है ।
क्या हो गया है ? धर्मशाला पर ?
मुख्य चौराहा धर्मशाला रोड में गांधी जी के प्रतिमा के ठीक बगल में नाली के उपर बड़ा सा छेद हो गया है । यह छेद नाली टूटने के कारण या किसी कारण वस स्लैब हटने के कारण हुआ है ।
कल शाम को कई लोग बड़ी दुर्घटना से बचे थे !
कल भीड़ अधिक होने के कारण जो भी उस रोड से गुजरता था, उसकी स्पीड कम होती थी । स्पीड कम होने के कारण दुर्घटना में नुकसान का लेवल कम हो जाता है । लेकिन अगर कोई थोड़े तेज रफ्तार में वहां से पास करेगा तो , निश्चित ही बड़ी दुर्घटना जिसमे हाथ ,पैर, इत्यादि टूटना तय है ।
क्या है समाधान ?
नगर परिषद और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को विशेष रुचि लेकर इस गड्ढे के कारण होने वाले दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है। यह गड्ढा बीच रोड पर और धर्मशाला चौराहा जैसे व्यस्त इलाके में है इसलिए यह स्पेशल केस है । धर्मशाला रोड सिर्फ बाज़ार नहीं है, बल्कि पीछे के कई मुहल्लों का मुख्य रास्ता है । पुराने शहर का द्वार है यह । शहर के बड़ी आबादी को इस रोड से हो कर गुजरना पड़ता है । इसका समाधान प्रायोरिटी पर करना चाहिए ।