जी.टी रोड से बैरकेटिंग : शहर के अति व्यस्ततम पोस्ट ऑफिस चौराहे के पास स्थित कलेक्टरिएट के सामने जी टी रोड पर नामांकन के समय अस्थाई बैरकेटिंग लगाया गया था, जिससे सड़क जाम से थोड़ा निजात मिलता था ।
वैसे होना तो वहां लोहे का परमानेंट ग्रिल चाहिए था, लेकिन लकड़ी का टेम्पररी जुगाड ही सही बीच सड़क पर इस तरफ से उस तरफ करना मुश्किल था । आपको जान कर हैरानी होगा की नामांकन और चुनाव बिताते ही बैरकेटिंग उखाड़ लिया गया ।
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व्यवस्थित डिवाइडर नहीं होने से सड़क जाम
जी टी रोड पर व्यवस्थित डिवाइडर नहीं होने से भीड़ नियंत्रण में काफी परेशानी होती है , ठेले,खोमचे, बाइक सवार और पैदल राहगीर अपने मर्जी अनुसार कहीं से भी सड़क पार करने लगते हैं ।
बीच सड़क से सड़क पार करने के कारण पीछे की गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग जाती हैं , जिसके कारण सड़क जाम विकराल रूप धारण कर लेता है ।
शहर के किसी भी सड़क पर डिवाइडर नहीं
जी टी रोड के अलावे अन्य प्रमुख सड़कों की बात करें तो गौरक्षणी से गुजरने वाली सासाराम पटना स्टेट हाईवे , रौजा रोड,रौजा रोड नंबर 1, रौजा रोड नंबर 2 , जगदेव पथ, धर्मशाला रोड इसमें शामिल हैं । इनमे से किसी के ऊपर डिवाइडर नहीं है ।
आपको बताते चलें कि ऊपर के कुछ सड़के तो इतनी सकरी हैं कि उन्हें सड़क बोलने में भी 2 बार सोचना पड़ता है । जगदेव पथ और धर्मशाला रोड ने गली का रूप धारण कर लिया है ।
कौन है जिम्मेवार ?
शहर के सौंदर्यीकरण और व्यस्थित नहीं होने के लिए सबसे प्रमुख जिम्मेवार नगर पालिका है । किसी भी शहर के देख रेख, सुविधाओं, ड्रेनेज,गंदगी और सौंदर्यीकरण की जिम्मेवारी वहां के नगर पालिका की होती है ।
इसके साथ राज्य सरकार के तरफ से प्रतिनिधि स्थानीय विधायक और जिलाधिकारी तथा केन्द्र सरकार के तरफ से प्रतिनिधि स्थानीय सांसद भी जिम्मेवार होते है ।
परन्तु लोकल शहरी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ही नगर पालिका के कॉन्सेप्ट की उत्पत्ति हुई थी । लोकल स्तर के समस्याओं के लिए नगर पालिका / पंचायत / निगम ही अधिक जिम्मेवार होता है ।