बात सशक्तिकरण का हो और किरण बेदी का नाम नहीं आए ऐसा भला हो सकता है क्या ? हिंदुस्तान की प्रथम महिला आईपीएस अधिकारी डॉक्टर किरण बेदी की बहुदुरी की इतनी गाथाएं हैं ,जिसे अगर शुरू कर दिया जाए तो खत्म ही नहीं हों ।
Table of Contents
इंदिरा गांधी का गाड़ी उठवा लिया
तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने अपनी गाड़ी गलत जगह पर पार्किंग कि हुई थीं । कानून को सबके लिए समान रूप से पालन कराने वाली ईमानदार किरण बेदी कार्यावाई करने में बिल्कुल नहीं हिचकी । प्रधानमन्त्री को संविधान और देश से नीचे रखने में बिल्कुल नहीं डरी ।
किरण बेदी ने गलत पार्किंग करने के जुर्म में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का गाड़ी ही उठवा लिया । एक आईपीएस अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री पर कि गई कार्यवाई से सब दंग थें । आमतौर पर , प्रधानमंत्री जैसे सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति पर कार्यवाई तो दूर की बात है, बल्कि उसके बारे में सोंचने तक का भी हिम्मत अधिकारी नहीं जुटा पाते हैं ।
किरण बेदी और भारतीय पुलिस सेवा
1972 में किरण बेदी की शादी श्री ब्रिज बेदी से हुई थी । शादी के वर्ष ही उन्होंने अमृतसर कॉलेज में बतौर लेक्चरर काम करना शुरू कर दिया था । लेकिन किरण के किस्मत में कुछ और ही लिखा हुआ था ,और उन्होंने उसी वर्ष भारतीय पुलिस में सेवा देना शुरू किया था ।
आईपीएस बनने के बाद भी पढ़ाई जारी
किरन बेदी का आईपीएस बनने के बाद भी पढ़ाई लिखाई से गहरा रिश्ता बना रहा । उन्होंने नौकरी के दरमियान वर्ष
1988 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से क़ानून में स्नातक की उपाधि हासिल कर लिया ।
आपको बताते चलें कि वर्ष 1993 में राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, नई दिल्ली से सोशल साइंस में ‘नशाखोरी तथा घरेलू हिंसा’ विषय पर शोध कर के पी.एच.डी. की डिग्री हासिल किया ।
एलटी गवर्नर किरण बेदी
किरण बेदी फिलहाल पांडिचेरी की एलटी गवर्नर हैं ।