इसके बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.इस दौरान खुर्शीद खान अमर रहे के नारे लगाए गये. लोगों ने भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारों के साथ शहीद को विदाई दी.
कश्मीर में हुए थें शहीद
आपको बताते चलें कि जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले में सासाराम के (जिला के सेंस में) बिक्रमगंज के खुर्शीद खान शहीद हो गए थें. इस घटना के बाद शहीद के गाँव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. 41 वर्षीय शहीद खुर्शीद खान बिक्रमगंज के घोसिया कला के निवासी थे. बताते चलें की सोमवार को जम्मू कश्मीर के बारामुला इलाके में आतंकियों ने एक नाका पर सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए हमला कर दिया था, जिसमें जम्मू कश्मीर के एसपीओ मुजफ्फर अहमद सहित कुल तीन लोग शहीद हो गए थें.
शहीद हुए सीआरपीएफ के दोनों जवान बिहार के रहने वाले थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने बताया था कि आतंकी हमले में घायल हुए CRPF के दो जवानों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था, वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
शहीद जवान खुर्शीद खान मूल रूप से बिहार सासाराम के बिक्रमगंज के रहने वाले थे, जबकि शहीद लवकुश सुदर्शन शर्मा जिनकी उम्र महज 27 साल थी बिहार के जहानाबाद जिला के थे रहने वाले.
आतंकियों ने सोमवार को बारामुला के क्रेरी इलाके में नाका पार्टी को अपना निशाना बनाते हुए ये हमला किया. इसी हमले में बिहार के ये दोनों वीर सपूत शहीद हो गए.
कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद जवान खुर्शीद खान का पार्थिव शरीर बिक्रमगंज प्रखंड के घोसिया कला गांव में पहुंचा और उनकी अंतिम विदाई हुई ।