बिहार सरकार के मुखिया का सासाराम में आगमन हुआ ,सड़के नेताओं और पुलिस अधिकारियों से पट गई , ट्रैफिक थम गया । लंबी लंबी गाडियों से आती हुई..हुई.. की आवाज कानों से गुजरते हुए आभास करा रही थी की सामने वाला व्यक्ति कोई आम व्यक्ति नहीं है , वह बिहार का राजा है ।
स्थानीय पुलिस लाईन बेदा में “गार्ड ऑफ ऑनर” लेने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सासाराम के न्यू स्टेडियम फजलगंज की ओर बढ़ा ।
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सासाराम में जनसंबोधन व शराबियों को चेतावनी
सासाराम में समाज सुधार यात्रा (Cm Nitish Kumar Samaj Sudhar Yatra) के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त शब्दो में कहा शराब पीते हैं तो बिहार मत आइए। ऐसे लोगों की यहां जरूरत नहीं है।
यहां तो शराबबंदी के नियमानुसार कड़ी कार्रवाई होगी ही। समाज सुधार के बिना विकास की बात बेमानी है। जबतक शराब सेवन, बाल विवाह व दहेज पर रोक नहीं लगेगी, समाज सुधार नहीं हो सकता । उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में शराबबंदी वापस नहीं होने वाली है।
नितीश कुमार ने कहा कि हमने नशा मुक्ति के लिए 2017 में व 2018 में दहेज प्रथा और बाल विवाह प्रतिबंध पर जागरूकता के लिए मानव शृंखला बनाकर समाज को संदेश दिया । समाज सुधार अभियान इसी की कड़ी है। 2015 में बिहार की महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की थी, जिसके बाद अप्रैल, 2016 से पूर्ण रूप से शराब को राज्य में प्रतिबंधित कर दिया गया।
पहले भी कर्पूरी ठाकुर के मुख्यमंत्रित्व काल में शराबबंदी की गई थी। बाद की सरकार ने इसे हटा दिया। हमने पूरी तैयारी के साथ शराबबंदी लागू की है, यह वापस होने वाली नहीं है। इसीलिए महिलाओं को जागृत किया जा रहा है।
शराब बंदी के फायदे व नुकसान गिनाए
- शराबबंदी के बाद पर्यटन उद्योग बढ़ा
उन्होने कहा शराबबंदी के बाद पर्यटन उद्योग बढ़ा है। 2019 तक 2 करोड़ पर्यटक बिहार आए, जो पहले की तुलना में काफी अधिक है। महात्मा गांधी ने भी शराब को सबसे बुरी चीज बताया था और कहा था कि मुझे एक घंटे के लिए भारत का तानाशाह बना दीजिए, शराब दुकानों को बिना क्षतिपूर्ति के बंद करा दूंगा।
- क्राइम बढ़ाने में शराब की भूमिका अहम
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्ट में भी कहा गया है कि शराब के कारण एक वर्ष में 30 लाख लोगों के आपसी झगड़े तथा 27 प्रतिशत लोग सड़क दुर्घटना में मरते हैं।
- बीमारियों का जड़ है शराब
शराब से दो सौ बीमारियां होती हैं। हिंसक प्रवृत्ति बढ़ाने में शराब की अहम भूमिका है।
शराब पीने-बेचने वाले के खिलाफ जुलूस निकालें जीविका दीदी
मुख्यमंत्री नीतिश ने कहा कि जीविका दीदी शराब पीने-बेचने व बाल विवाह करने वालों के खिलाफ जुलूस निकालें। कोई बाधा डाले या आंख उठाए तो पुलिस को सूचना दें। तत्काल कार्रवाई होगी, जो दहेज लेकर शादी करे उसके यहां भोज में न जाएं, बहिष्कार करें ।
शहर में ट्रैफिक बंद होने से नागरिकों को हुई परेशानी
मुख्यमंत्री के सासाराम आगमन के दौरान शहर के मुख्य मार्ग सहित कई छोटे बड़े मार्गों को बंद कर दिया गया था । इस कारण रोजमारा के कामकाज के लिए आने जाने वाले लोगों को काफी असुविधा हुई । जगह जगह लोग फसें रहें और नेताओं तथा अधिकारियों को कोसते रहें ।
मुख्यमंत्री के आने से ठीक पहले रात दिन हुआ डेटिंग,पेंटिंग व पॉलिश का काम
मुख्यमंत्री के सासाराम में समाज सुधार यात्रा करने का खबर लगभग 15 दिनों पहले बाहर आया था ।
तभी से स्थानीय प्रशासन रात दिन एक करके शहर को चमकाने का प्रयास शुरू कर दिया था ।
महीनों से कछुआ गति से चल रहा विकास कार्य खरगोस की तरह तेज हो गया था । बंद पड़े कार्य भी धुआंदार चालू होने लगे , इसी क्रम में शहर का मुख्य चौराहा अर्थात पोस्ट ऑफिस चौराहा, कालिस्थान चौराहा और करगहर मोड़ चौराहा का रिपेयरिंग करके उसके ऊपर डेंट पेंट चढ़ाया गया ।
मुख्यमंत्री के मार्ग का बिल्कुल कायापलट हो गया सासाराम के बेदा में मुख्यमंत्री के हेलीपैड से लेकर सासाराम कलेक्टरिएट तक जगह जगह ऊंचा ,नीचा और कंजेस्टेड सड़क को एक्सप्रेस की तरह चकाचक बना दिया गया । बदरंग डिवाइडर के ऊपर सफेद व काले रंग की पट्टियां बना कर आकर्षक बना दिया गया ।
प्रवास या काम काज के सिलसिले में कुछ दिन पहले सासाराम से बाहर गए नागरिकों में से वापस लौट रहे शहरवासियों को विश्वास ही नहीं हो रहा था की यह उनका शहर है । सभी दंग थें ।
शहर में नहीं हुआ विकास, सिर्फ बाहर बाहर ही डेटिंग पेंटिंग
मुख्यमंत्री के सासाराम यात्रा के दौरान सिर्फ उनके मार्ग में पड़ने वाली सड़कों और आस पास के जगहों पर फैली हुई गंदगी पर ही कार्य किया गया ।
यह कार्य बहुत कम समय में और बहुत तेज गति से हुआ की लोग इसके टिकाऊ होने पर भी सवाल उठा रहे हैं । कुछ ही दिनों में रंग उतर जाने और सड़कों में फिर से गड्ढे निकल आने का डर सता रहा है ।
आधा शहर में असंतोष
शहर के वो इलाके जो मुख्यमंत्री के मार्ग में नहीं पड़ते थें वहां विकास कार्य बिल्कुल भी नहीं हुआ ।
अभी भी टूटी हुई सड़कें , जल जलमाव और जगह जगह फैली हुई गंदगी लोगों के जले पर नमक छिड़कने का कार्य कर रही है।
आपसे उम्मीद व अपील
आपने मुख्यमंत्री के सासाराम आगमन पर कई संस्थानों की खबरों को पढ़ा होगा ,हमे उम्मीद ही नहीं पुर्ण विश्वास है की ऐसी रिपोर्टिंग दुर्लभ ही मिली होगी । निष्पक्षता , ईमानदारी और सच्चाई ही “सासाराम की गलियां” का धन है ।
अगर आपको हमारी रिपोर्टिंग अच्छी लगी हो और आप निष्पक्षता, ईमानदारी , सच्चाई , शहर व मातृभूमि के प्रति वफादारी और जनता की पत्रकारिता के सपोर्टर हैं तो इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा कर हमारा मनोबल ऊंचा करें और दूसरों को भी जगाने में मदद करें ।