सोमवार को सासाराम के स्थानीय सांसद श्री छेदी पासवान जी के समक्ष 10 मांगों को रखा गया । सांसद के सासाराम स्थित आवास पर उनके पुत्र श्री रवि पासवान जी के माध्यम से सभी मांगों को सांसद तक पहुंचाया गया ।
Table of Contents
लगभग 3 घंटे की चर्चा में कई बातें सामने आई
शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक सासाराम के सांसद छेदी पासवान के पुत्र रवि पासवान तक शहर से जुड़ी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई । इस चर्चा से कई बातें निकल कर सामने आई , करोना के कारण विकास कार्यों के लिए फंड की कमी से लेकर क्षेत्र में हो रहे सरकारी कार्यों और योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त हुआ ।
हमारी प्रमुख मांगें ये थी | 10 demands raised infront of mp
पहला सवाल : आपके द्वारा शहर के विकास के लिए क्या किया जा रहा है ?
इस पर रवि पासवान ने पूर्व सांसद के कार्यकाल से तुलना करते हुए वर्तमान के बदलावों की ओर इशारा कर रहे थे ।
तभी हमने टोका की, ओवरऑल के बदले ऑब्जेक्टिव में बताईए कि फिलहाल क्या क्या हो रहा है ।
इस पर उन्होंने करोना के कारण फंड में कटौती की समस्या को हमारे समक्ष रखा । और अपने कार्यकाल में सासाराम में ठहराव शुरू करने वाली गरवा एक्सप्रेस सहित 8-10 ट्रेनों की सूची प्रदान किया ।
सासाराम तथा भभुआ में बीटीएस टॉवर
नवहट्टा, चेनारी,रोहतास, अधौरा जैसे सासाराम तथा भभुआ के पहाड़ी इलाकों में संचार चैनल/ नेटवर्क की समस्या कम करने के लिए सासाराम में 41 और भभुआ में 60-80 ( हम भूल रहे हैं , लिखे नहीं थें) टावरों की स्वीकृति केंद्र सरकार से हुई है ।
राजधानी एक्सप्रेस का सासाराम में ठहराव
इन्होंने बताया कि इसके लिए संसद में सवाल उठाया का चुका है, और फिर से उठाया जाएगा । रेलवे पहले ट्रायल करेगी , अगर एस्टीमेटेड अर्निंग होगी तभी इसको कंटिन्यू करेगी । कल तक हमारे पास रेवेन्यू का डाटा नहीं था, अब आ गया है । इसके अनुसार सासाराम का रेवेन्यू बहुत अच्छा है । इसलिए पुनः हमलोग इस डाटा के साथ मांग को सांसद के समक्ष रखेंगे ।
धनबाद डेहरी ट्रेन
इन्होंने कहा कि इसी सप्ताह में रेलवे को सांसद के द्वारा पत्र लिखा गया है । हमने इस पत्र के अलावा भी प्रोसेस के विकास पर ध्यान देने का आग्रह किया , ताकि लेटर सिर्फ कागज का टुकड़ा बन कर न रह जाए । उन्होंने भी सुर में सुर मिलाया ।
बैंगलोर तक के लिए कोई एक ट्रेन
बैंगलोर और दक्षिण भारत में रहने वाले सासाराम के स्टूडेंट्स और नौकरीपेशा लोगों के सुविधा के मद्देनजर
गया, सासाराम होते हुए या रांची इत्यादि से शुरू हो कर सासाराम से होते हुए बैंगलोर तक जाने वाली किसी एक ट्रेन का मांग किया गया , उन्होंने रेल मंत्रालय से इस बारे में बात करने का आश्वासन दिया ।
अड्डा रोड के पास बुडको कम्पनी द्वारा खोदा गया गड्ढा
हमने इस गड्ढे के कारण परेशानी और दुर्घटना होने के आशंका के बारे में बताया । उन्होंने तुरंत मेरे सामने बुडको के अधिकारी को फोन लगा कर पूछा, बिडको अधिकारी ने बताया कि आगे नाला के रास्ते में समस्या है , इसलिए उसे मोड़ा जाना है, इसके कारण विभागीय पेंच भी है । बहुत जल्द ही उसे ढक दिया जाएगा ।
इस पर रवि पासवान ने हमसे उस गड्ढे के फोटो को वॉट्सएप पर मांग कर , पुनः बुडको अधिकारी को भेजा और समस्या के गंभीरता के बारे में बताया ।
शहर में एक भी पार्क नहीं है
हमने सासाराम में पार्कों के नहीं होने का गंभीर मुद्दा उठाया, और कहा कि नेहरू पार्क जो कि नगर निगम का संपत्ति है बन्द है । पिछले एक वर्ष से शेरशाह रौजा के फ्री पार्क को भी बड़े चालाकी से करोना के आड़ में पैसे कमाने के लिए बन्द कर दिया गया है । मॉर्निंग वॉक के लिए सासाराम में एक भी जगह नहीं है ।
- पटना सहित देश भर के पार्क खुल गए हैं तो यहां का पार्क क्यूं खुला ?
- अगर रौजा के पार्क में करोना फैलता है तो रौजा के अंदर क्यूं नहीं ? उसको तो खोल दिया गया है ?
- जो लोग पैसे देकर रौजा जाते समय पार्क में भी चले जा रहे है , क्या उन्हें करोना इसलिए नहीं पकड़ेगा क्यूंकि उनके पास टिकट है ?
उत्तर : उन्होंने शेरशाह पार्क के लिए कल डीएम से बात करने को कहा और कहा कि यदि यह पार्क नहीं खुलता है तो रेलवे स्टेडियम में फुट पाथ बनाकर टहलने के लिए सुबह में उपयोग किया जा सकता है । उसके लिए वो फंड भी दे सकते हैं , जल्द ही हमें उनके साथ स्टेडियम का मुआयना करने के लिए निमंत्रण दिया ।
एयरपोर्ट
इसे संसद में उठाया जा चुका है । फिर उठाने का वादा किया । हमने कहा कि उद्यान मंत्री से मिलकर मांग कीजिए , आपके ही पार्टी के है ? तो उन्होंने इसका भी वादा किया । एक बार सासाराम के सोनहर में जमीन सर्वेक्षण किया गया था , लेकिन उतनी बड़ी भूमि सासाराम शहर के आस पास मिल नहीं रही । सुआरा हवाई अड्डा पहले ही प्राइवेट कंपनी को बेचा जा चुका है , वहां टेक्सटाइल पार्क खुलेगा । इसलिए वह जमीन भी उपयोग नहीं हो सकती है ।
जो पाठक इसे पढ़ रहे हैं , अगर आपके नजर में इतनी बड़ी जमीन हो तो हमें 9472390420 पर जरूर वॉट्सएप करें , हमलोग पुनः इस मांग को रखेंगे ।
शहर में जल जलमाव और गंदगी की समस्या
नगर निगम जब तक प्लानिंग के साथ शहर को नहीं बसाएगा तब तक समस्या का निदान नहीं होगा । जो नालियों के उपर घर बनाए हैं या नाली पर कब्जा किए हैं , नगर निगम को सख्ती से निपटना चाहिए । नगर निगम विभाग को भारत में इसीलिए बनाया गया है कि वो लोकल मुद्दों पर ध्यान दे । यह बिहार सरकार के शहरी विकास विभाग के अंतर्गत आता है ।
यूनिवर्सिटी , एम्स अस्पताल
इसका मांग संसद में उठाने का वादा किया है ।
सासाराम को कमिश्नरी बनाना
इस पर कोई ठोस जवाब हमें नहीं मिला ।
इंडस्ट्री इन सासाराम
इस पर उन्होंने हमसे पूछा किस चीज की इंडस्ट्री सासाराम में लगेगी, इंडस्ट्री के लिए तो राज्य सरकार का पॉलिसी महत्वपूर्ण होता है ? हमने कहा सासाराम में सब्जी उत्पादन ज्यादा होता है, टोमैटो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री आसानी से लग सकती है । उन्होंने इसे नोट किया और इसके बारे में मालूम करने के लिए फोन पर एक अधिकारी को काम सौंपा ।
उन्होंने यह भी कहा कि और भी कोई छोटी इंडस्ट्री , बिहार सरकार के मौजूदा पॉलिसी के रहते लग सकती है तो बताया जाए । हमने इसके लिए समय मांगा है । आपके नजर में कोई फीजिबल टाइप के उद्योग ( रॉ मटेरियल, मार्केट, जमीन, संसाधन और बिहार की स्थिति को ध्यान में रख कर) हो तो हमें जरूर बताइए ।
डीआईजी ऑफिस सासाराम लाने के लिए
पहले डीटीओ ऑफिस को डेहरी से सासाराम लाया जा चुका है , धीरे धीरे ,सही समय और जरूरत के हिसाब से अन्य चीजें में जिला मुख्यालय आएंगी क्यूंकि यहां होने से ज्यादा लोगों को एक जगह पर सुविधाएं मिल सकेंगी ।
एसपी ऑफिस को सासाराम लाने के लिए
पूर्व प्रधानमंत्री जगजीवन राम पर इन्होंने इसका ठीकरा फोड़ा । इन्होंने कहा कि जगजीवन राम जब सासाराम के सांसद थें तब नया जिला बना था । उन्होंने सासाराम के लिए कुछ नहीं किया । अगर हम मंत्री रहते तो क्या क्या कर देते ।
हमने उन्हें टोका और पूछा, उनको छोड़ीए अभी आप क्या करेंगे ? इन्होंने कहा कि इसके लिए प्रयास करेंगे लेकिन फिलहाल सासाराम में भी एसपी ऑफिस है , कभी कभी बैठते है ।
हमने कहा , कभी कभी बैठने से नहीं होगा । निश्चित दिन तय हो ।
हमने कहा कि लोग एक कागज पर साइन करवाने डीएम ऑफिस जाते हैं दूसरे कागज के लिए 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है । अगर एसपी ऑफिस जब तक सासाराम नहीं आ जाता तब तक कम से कम दिन तय किया जाए कि फलाने फलाने दिन सासाराम में बैठना है । जो लोग (बुजुर्ग,बीमार,गरीब जो भाड़ा नहीं दे सकते) डेहरी नहीं सकते वो उस दिन का इंतेज़ार करेंगे और उस दिन अपना काम करवा लेंगे । उन्होंने इस आईडिया पर सहमति जताया और इसके लिए बात करने का आश्वासन दिया ।
टूरिज्म के विकास के लिए
सासाराम में अतिक्रमण का शिकार अशोक शिलालेख के बारे में हमने बताया तो उन्होंने कल डीएम से बात करने को कहा और बिहार सरकार को वोट बैंक के लालच में इसे अनदेखी करने का आरोप लगाया ।
रोहतास किला के लिए पैसा जारी हो चुका है
रोहतास जिला पर रोपवे निर्माण के लिए सरकार के तरफ से पैसा जारी किया का चुका है । जल्द ही रोपवे का निर्माण कार्य चालू हो जाएगा ।
अगर सभी मांगे पूरी नहीं हुई तब क्या होगा ?
मंजिल मिले न मिले, ये तो मुकद्दर की बात है,
हम कोशिश भी न करे, ये तो गलत बात है !!
अगर आपको लगता है कि आप और भी बेहतर कर सकते थें या हमने अच्छा से नहीं किया तो आप अपने स्तर से जरूर प्रयास कीजिए । हमलोग आपका सहयोग करेंगे । आप प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री से मिल कर समाधान निकलवाने का प्रयास कीजिए । या सांसद, विधायक इत्यादि से आप दोबारा मिलकर भी समाधान निकलवाने का कोशिश कर सकते हैं । ये लोग आपके भी जनप्रतिनिधि हैं ।
अगर आपको लगता है कि ये लोग ( अधिकारी + नेता) कुछ नहीं कर सकते तो कौन कर सकता है उसके बारे में सोचिए और वहां से समाधान निकलवाने का कोशिश कीजिए । सिस्टम खराब है तो आप बदलने के लिए क्या क्या कर रहे हैं ? क्यूं नहीं कर रहे हैं ?
यह सबका शहर है, आप भी यहां के नागरिक है । आपको जरूर कोशिश करना चाहिए । कब तक हमलोग अपनी समस्यायों के लिए दूसरे के भरोसे बैठे रहेंगे ? जब तक सभी लोग अपने हिस्से का मेहनत नहीं करेंगे तब तक बहुत ठोस बदलाव आना किसी भी देश में असंभव है ।
नोट : अगर आप दूसरों में कमी निकालने वाले व्यक्ति नहीं है , अपने समर्थ अनुसार खुद भी कुछ कुछ काम करते रहते हैं, सभी प्रेक्टिकल चीजों कि जानकारी रखते हैं और हमें सुझाव देना चाहते हैं तो आपका हार्दिक स्वागत है । आप हमें इसका स्क्रीनशॉट भेज कर 9472390420 पर कभी भी वॉट्सएप से संपर्क कर सकते हैं । हमें आपसे मिलकर खुशी होगी ।